जो छात्र कक्षा 3 मे पढ़ते है, उनको अपने स्कूल मे होली पर निबंध कक्षा 3 Essay on Holi in Hindi for Class 3 लिखने को दिया जाता है, तो उन विद्यार्थियो के लिए इस पोस्ट मे होली पर निबंध कक्षा 3 के लिए बताने जा रहे है, जिसकी सहायता से आप अपने क्लास मे होली पर निबंध Essay On Holi Hindi for Class 3 लिख सकते है। और होली के बारे मे जानकारी देने के लिए इस होली पर निबंध कक्षा 3 Essay on Holi Hindi for Class Three को शेयर भी कर सकते है, और इसे पढ़कर होली के महत्व को भी बता सकते है,
होली पर निबंध कक्षा 3
भारत देश में बहुत से त्योहारों को मनाया जाता है। जिसमे एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार “होली” है। Essay on Holi in Hindi for Class 3 आर्टिकल के माध्यम से होली पर निबंध कक्षा 3 नीचे दी जा रही है। होली से सम्बन्धित निबंध व पंक्तियाँ परीक्षा में भी पूछे जाते हैं। अतः होली पर निबंध कक्षा एक से सभी जानकारियों को आर्टिकल में दिया जा रहा है।
होली का त्यौहार प्राचीन काल से ही मनाया जाता आ रहा है और इसे मनाने वालों की संख्या करोड़ों में है. होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं।
यह यह रंगों का एक विश्व प्रसिद्ध पर्व है। होली हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है जिसे हर साल धूम-धाम से मनाया जाता है। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। सम्पूर्ण भारत में होली का त्यौहार मनाया जाता है।
यह त्यौहार बसंत ऋतु के फाल्गुन मास में मनाया जाता है। होली के दिन सभी लोग अपने रिश्तेदारों के घर जा कर एक दूसरे पर रंग लगाते हैं। होली की खुशियां को बांटने के लिए सभी हिन्दू धर्म के लोग आस पड़ोस के लोगों के घरों में जाकर रंगों से खेलते है,
होली “प्यार में एक दूसरे को रंगने” का प्रतीक है। हर साल होली के पहले दिन पूर्णिमा की रात को होलिका दहन की जाती है। होली के त्यौहार को भारत व अन्य देशों में भी मनाया जाता है।
इस दिन सारे लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूल कर गले लगते हैं और एक दूजे को गुलाल लगाते हैं। समाज में चल रही कुरीतियों को समाप्त करने का भी पर्व हम इसे कह सकते है। लोग महिनों पहले से अपने घर के छतों पर विभिन्न तरह के पापड़ और चिप्स आदि को सुखाने में लग जाते हैं।
इस त्यौहार का सबसे ज्यादा आनन्द बच्चे उठाते है, होली के दिन सभी लोग अपने घरों में अलग-अलग पकवानों को बनाते हैं। होली के दिन सभी लोग एक दुसरे के घर में जाकर पकवान खाते हैं और रंग लगाते है।
होली के लिए सभी सरकारी कर्मचारियों व छात्रों को 3 दिन का अवकाश दिया जाता है। अमीर-गरीब, ऊँच- नीच का भेद भुलाकर सभी आनंद के साथ होली में झूमते नज़र आते हैं।
भारत के अलग-अलग जगहों पर अलग अलग तरीके से होली मनाई जाती है। जैसे-ब्रज की होली, वृंदावन की होली, बरसाना की लठमार होली, मथुरा की होली, कासी की होली इत्यादि। होली में लोग रिश्तेदारों, परिवार के सदस्यों और दोस्तों से मिलते हैं।
दिन भर रंगों से खेलने व नाच गाने के पश्चात सभी संध्या में नये वस्त्र पहनते हैं, सभी लोगों को होली के दिन गुलाल का प्रयोग करना चाहिए। हम अलग-अलग रंगों जैसे नीला, लाल, हरा, नारंगी आदि में होली खेलते हैं। होली एकजुटता का पर्व है। आजकल रंगों के नाम पर होली के त्यौहार पर हानिकारक रसायनों से रंगों का उपयोग करने लगे हैं। जो की स्किन और आँखों के लिए हानिकारक होते हैं।
- होली पर निबंध कक्षा 12 | Holi Essay in Hindi for Class 12
- होली पर निबंध कक्षा 11 | Holi Essay in Hindi for Class 11
- होली पर निबंध कक्षा 10 | Holi Essay in Hindi for Class Ten
- होली पर निबंध कक्षा 9 | Holi Essay in Hindi for Class Nine
- होली पर निबंध कक्षा 8 | Holi Essay in Hindi for Class 8
- होली पर निबंध कक्षा 7 | Holi Essay in Hindi for Class 7
- होली पर निबंध कक्षा 6 | Holi Essay in Hindi for Class Six
Holi Essay in Hindi for Class 3
होली को रंगों का त्यौहार भी कहा जाता है। होली भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। होली एक प्रमुख भारतीय त्योहार है जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है।
यह पर्व लोगों में भाईचारे और प्रेम की भावना को पैदा करता है। होली को हर वर्ष बड़े धूम-धाम, नाच-गाने और रंगों के साथ मनाया जाता है। इन दिनों किसानों की फसलें पक जाती है और चारों ओर होली को लेकर पूरे देश में खुशियो का ही माहौल छा जाता है.
इस त्यौहार को प्रह्लाद की याद में मनाया जाता है। होली को मार्च के महीने में मनाया जाता है। हिन्दुओं के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी होली को मनाते हैं।
हर साल होली फागुन (मार्च) के महीने में मनाई जाती है। होली रंगों का त्योहार है जो की सभी के परिवार में खुशियाँ लाता है। होलिका दहन को बुराई ख़त्म करने का प्रतीक माना जाता है।
होली 3 दिन का पर्व है पहले दिन होलिका दहन और दूसरे दिन धुलेंडी के रूप में मनाया जाता है। होली त्यौहार के पीछे पौराणिक प्रहलाद और हिरण्यकश्यप की कथा है। होलिका दहन को अच्छाई की बुराई पर विजय के रूप में जाना जाता है,
भक्त प्रह्लाद ने भगवान विष्णु की भक्ति से असुरों पर सफलता प्राप्त की (बुराई पर अच्छाई की जीत) और सभी को प्रेम का संदेश दिया. यह त्यौहार विष्णु जी के परम भक्त प्रहलाद के आग से बचने और होलिका के आग में जलने की ख़ुशी में मनाया जाता है।
प्रहलाद विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। इसलिए उसे हर प्रकार के संकटों से स्वयं ईश्वर बचाते थे। होलिका दहन के दिन सभी लोग अपने घरो से 5 लकडिया, गोबर के उपले और घर में बने कुछ पकवान अग्नि को समर्पित करते है।
तो आप सभी को यह आर्टिकल होली पर निबंध कक्षा 3 - Essay on Holi in Hindi for Class 3 जरूर पसंद आया होगा, जिसे आप 3स्तो के साथ शेयर कर सकते है और अपने क्लास 3 मे होली पर 30 पंक्तियाँ निबंध भी लिख सकते है। तो आपको यह आर्टिकल कैसा लगा, कमेन्ट मे जरूर बताए, और इस निबंध को शेयर भी जरूर करे।
- होली पर निबंध कक्षा 5 | Holi Essay in Hindi for Class Five
- होली पर निबंध कक्षा 4 | Holi Essay in Hindi for Class 4
- होली पर निबंध कक्षा 2 | Holi Essay in Hindi for Class Two
- होली पर निबंध कक्षा एक | Essay on Holi in Hindi for Class 1
Essay on Holi in Hindi for Class 3 FAQ’s
होली का क्या अर्थ है?
उत्तर – होली का त्यौहार बसंत के आगमन और अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसे एक खेल की मान्यता के रूप में भगवान कृष्ण ने दिया, जो अपनी पत्नी राधा और गोपियों, या दूधियों के साथ खेला करते थे।
होली इस वर्ष (2023) में किस दिन मनाई जायेगी ?
साल 2024 में होली का पर्व 25 मार्च को मनाया जायेगा।
होली का इतिहास क्या है?
उत्तर – मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु ने राक्षस हिरण्यकश्यप की हत्या कर दी थी। क्यूंकि हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु से नफरत करता था और उसका पुत्र प्रह्लाद भगवन विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। हिरण्यकश्यप की बहन होलिका नाराज होकर प्रह्लाद को लेकर चिता में बैठ गई लेकिन प्रह्लाद को कुछ भी नहीं हुआ। होलिका आग में भस्म हो गई। तभी से इस त्यौहार की मान्यता होली के रूप में है।
होली के लिए कितने दिन का अवकाश दिया जाता है ?
होली के लिए 3 दिन का अवकाश दिया जाता है।
होलिका दहन किस दिन किया जाता है?
होलिका दहन फाल्गुन (फागुन) मास की पूर्णिमा के दिन किया जाता है.
होलिका को कौन सा वरदान मिला था?
अग्नि में न जलने का वरदान प्राप्त था
होली का क्या महत्व है?
होली का महत्व - बुराई पर अच्छाई की जीत की प्रतीक होली का सामाजिक महत्व भी है। यह एक ऐसा पर्व होता है जब लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक हो जाते हैं। मान्यता है कि इस दिन अगर किसी को लाल रंग का गुलाल लगाया जाए तो सभी तरह के मनभेद और मतभेद दूर हो जाते हैं। क्योंकि लाल रंग प्यार और सौहार्द का प्रतीक होता है।
होली के दिन हमे कैसे रंगों का प्रयोग करना चाहिए ?
सभी लोगों को होली पर बिना केमिकल वाले रंगों का प्रयोग करना चाहिए।
भारत में होली अलग-अलग राज्यों में कैसे मनाई जाती है ?
भारत में अलग -अलग राज्यों में अलग-अलग तरीके से होली को मनाया जाता है जैसे – हरियाणा में धुलेंडी होली, बंगाल में डोल पूर्णिमा,राजस्थान की तमाशा होली, मध्य प्रदेश की भगौरिया होली, पंजाब में होला मोहल्ला का मेला, महाराष्ट्र में रंगपंचमी आदि इसमें प्रसिद्ध हैं।
होली के उपलक्ष में कौन-कौन से पकवान बनाये जाते हैं ?
होली पर सभी लोग अपने घरों में गुझिया, पापड़, नमकीन, मिठाई, आदि पकवान बनाते हैं।
होली पर हमे कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रखना होता है ?
होली मनाते समय लोगों को कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए जिसकी सूची नीचे दी जा रही है।
- होली मनाते समय सभी लोग कांच वाले रंगों का प्रयोग ना करें।
रोड पर चलते वाहनों पर पानी से भरे गुब्बारों व पिचकारी को ना मारे। यह दुर्घटना का कारण बन सकता है। - होली खेलते समय अपनी आँखों को बचाये व रंगों को लगाते समय चश्मे का प्रयोग करें.
- होली के दिन ऐल्कोहॉल का सेवन कर के वाहनों को ना चलाएं.
इन पोस्ट को भी पढे :-
- होली पर 10 लाइन निबंध | Essay on Holi in Hindi 30 Lines
- 35 Lines on Holi in Hindi | होली पर 35 लाइन निबंध
- होली पर हिन्दी निबंध | Essay on Holi in Hindi
- होली पर 30 लाइन निबंध | 30 Lines on Holi in Hindi
- 30 Lines on Holi in Hindi | होली पर 30 लाइन निबंध
- 40 Lines on Holi in Hindi | होली पर 40 लाइन निबंध
- होली पर 35 लाइन निबंध | 35 Lines on Holi in Hindi
- होली पर 50 लाइन निबंध | 50 Lines on Holi in Hindi
Post a Comment